पपीते के पत्तों का जूस पीने से दूर होगी ये जानलेवा बीमारी... पपीता खाने के ढेरों फायदे हम सभी बहुत अच्छी तरह से जानते हैं लेकिन क्या आपने कभी इसके पत्तों का जूस पीया है. अगर पीया है तो ठीक और नहीं पीया तो पीना शुरू कर दीजिए. क्योंकि पपीता खाने के साथ ही इसके पत्तों का जूस पीने से कई तरह की बड़ी बीमारियों को मात दी जा सकती है. वैसे तो ज्यादातर डेंगू और चिकनगुनिया के रोगियों को इसका जूस पीने की सलाह दी जाती है. लेकिन अगर आप ताउम्र स्वस्थ रहना चाहते हैं तो इसे अपनी डाइट में शामिल किया जा सकता है. आइए जानें , पपीते के पत्तों का जूस पीने के फायदे... 1. कैंसर सेल्स का बढ़ने से रोके पपीते के पत्तों में कैंसररोधी गुण होते हैं जो कि इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं और सर्वाइकल कैंसर , ब्रेस्ट कैंसर जैसे कैंसर के सेल्स को बनने से रोकते हैं. 2. इंफेक्शन से बचाए शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने के साथ ही पपीते के पत्तों का जूस शरीर में बैक्टीरिया की ग्रोथ रोकने में भी सहायक है. यह खून में वाइट ब्लड सेल्स और प्लेटलेट्स को बढ़ाने में भी मदद करता है. 3.
आयुर्वेद ( Ayurved) Ayurveda- आयुर्वेद हमारे ऋषि मुनियों द्वारा दी गयी बहुमूल्य धरोहर है जिसकी विशेषताओं व उपयोगिता का वर्णन किसी भी लेख या शब्दों में करना बहुत ही मुश्किल है ! आयुर्वेदा (Ayurveda) का इतिहास हजारों वर्ष पुराना है और आज भी यह इलाज़ पद्द्ति सबसे सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है, आज भारत ही नही बहुत से विदेशी वैज्ञानिक भी आयुर्वेद के आधार व इसके मूल सीधांतों का अध्ययन करके बहुत ही अचंभित हो जाते है व वैज्ञानिक रूप से आयुर्वेदा की उपयोगिता को मान्यता प्रदान करतें है ! आयुर्वेद क्या है? – What is Ayurveda ? Ayurveda- आयुर्वेदा शब्द दो शब्दों के मेल- आयुष्+वेद से मिलकर बना है जिसका अर्थ है- ”जीवन विज्ञान’ – “साइन्स ऑफ लाइफ” आयुर्वेदा सिर्फ़ रोगों के इलाज़ तक ही सिमित नहीं है बल्कि यह रह्न- सहन , जीवन मूल्यों, स्वस्थ जीवन जीने व निरोगी रहने का सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करता है| आयुर्वेद का इतिहास – History of Ayurveda इतिहासकारों के अनुसार दुनिया की प्राचीनतम पुस्तक ऋग्वेद है । अलग – अलग विद्वानों के अनुसार इसका निर्माण काल ईसा के 3 हजार से 50 हजार वर्ष पूर्